ईडी ने सिरसा VAT घोटाले में की कार्रवाई: 17.16 करोड़ की 37 अचल संपत्तियां कुर्क
- By Gaurav --
- Thursday, 25 Dec, 2025
ED takes action in Sirsa VAT scam: 37 immovable properties worth Rs 17.16 crore attached
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हरियाणा के सिरसा में सामने आए बड़े वैट घोटाले में कार्रवाई की है। ईडी के चंडीगढ़ जोनल कार्यालय की टीम ने 22 दिसंबर 2025 को जारी एक अस्थायी कुर्की आदेश के तहत पदम बंसल, महेश बंसल और उनके परिवार के सदस्यों की कुल 37 अचल संपत्तियों को कुर्क किया है। इन संपत्तियों का कुल मूल्य लगभग 17.16 करोड़ रुपये बताया गया है।
ईडी ने यह जांच हरियाणा के सिरसा जिले में दर्ज कई प्राथमिकियों (FIR) के आधार पर शुरू की थी। इन प्राथमिकियों में आरोप लगाया गया था कि कुछ फर्मों ने आबकारी एवं कराधान विभाग, सिरसा से फर्जी 'सी-फॉर्म' के आधार पर वैट रिफंड प्राप्त किया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह पूरा घोटाला कागजों पर फर्जी अंतर-राज्यीय बिक्री दिखाकर किया गया था।
ईडी की जांच से खुलासा हुआ कि महेश बंसल और पदम बंसल के नेतृत्व में एक संगठित गिरोह (सिंडिकेट) सक्रिय था। आरोप है कि इस गिरोह ने गरीब और अनजान व्यक्तियों के नाम पर फर्जी फर्में बनाईं। उनके बैंक खातों का उपयोग करके, इन्हीं फर्मों के माध्यम से फर्जी 'सी-फॉर्म' लगाकर वैट रिफंड का दावा किया गया। इस पूरे मामले में आबकारी एवं कराधान विभाग, सिरसा के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने आई है।
जांच एजेंसी के अनुसार, इस धोखाधड़ी से लगभग 4.41 करोड़ रुपये का गलत वैट रिफंड प्राप्त किया गया। वहीं, सरकार को कुल मिलाकर लगभग 43.65 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जिसमें बकाया कर, ब्याज, जुर्माना और गलत तरीके से लिया गया इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) शामिल है।
ईडी ने बताया कि वैट रिफंड के नाम पर मिली राशि को बाद में निजी फर्मों के खातों में स्थानांतरित किया गया और उन्हीं पैसों से महंगी संपत्तियां खरीदी गईं। इसी कारण ईडी ने पदम बंसल, महेश बंसल और उनके परिवार के नाम पर दर्ज 17.16 करोड़ रुपये की 37 अचल संपत्तियों को कुर्क किया है। ईडी ने स्पष्ट किया है कि यह जांच अभी समाप्त नहीं हुई है और सिरसा के अलावा हरियाणा के अन्य जिलों में दर्ज वैट घोटाले से संबंधित प्राथमिकियों की भी जांच जारी है।